vastu tips for childrens room के बारे में जानने को हम सभी माँ – बाप बहुत ही उत्सुक रहते है | अक्सर हम सभी लोग अपने बच्चो के अच्छे स्वास्थ्य , उन्नति व शिक्षा में तरक्की के लिए तरह – तरह के पूजा पाठ व बताये गए उपायों को करते रहते है ताकि हमारे बच्चे सही मार्ग पर चले और आगे बढे | इसके लिए ज्योतिष के साथ – साथ वास्तु शास्त्र में भी तमाम तरह के उपायों को बताया गया है जिसे करके आप अपने बच्चे का भाग्य बदल सकते है |
वास्तु शास्त्र दरअसल आपके अंदर मौजूद तत्वों को वातावरण में मौजूद तत्वों यानि ऊर्जा से मैच करके बेहतर तालमेल बनाने की कोशिश करता है ताकि आप अपनी ऊर्जा के अनुसार अच्छी चीजों को अपनी तरफ आकर्षित कर सके |
इसके लिए आपको कोई बड़ी रकम या घर मे तोड़फोड़ करने की जरूरत नहीं पड़ेगी आप बस छोटे – छोटे परिवर्तन करके अपने बच्चे के करियर व पढ़ाई के लिए एक अच्छा माहौल तैयार कर सकते है | इससे न सिर्फ बच्चे का मन पढ़ाई में लगेगा बल्कि उसे आगे बढ़ने का मौका भी भरपूर मिलेगा |
आज हम इस लेख में आपकोvastu tips for childrens room , बच्चो के रूम के लिए वास्तु टिप्स , बच्चो के रूम में क्या रखे और क्या न रखे , बच्चो का रूम कौन सी दिशा में होना चाहिए आदि के बारे में बताएँगे जिस पर अमल करके आप अपने बच्चे के लिए एक उपयुक्त माहौल तैयार कर सकते है | यदि आप भी इस बारे में सभी जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आपको लेख को अंत तक पढ़ना होगा ताकि कोई भी जरुरी जानकारी आपसे छूटने न पाए |
बच्चो के रूम के लिए वास्तु टिप्स/ vastu tips for childrens room
बच्चे अपने कमरे में न सिर्फ सोते है बल्कि दिन का काफी समय भी वह वहां पर पढ़ते हुए , सोते हुए व खेलते हुए बिताते है जिसका असर उनके कोमल शरीर के साथ ही मन पर भी पड़ता है | यदि बच्चो का कमरा वास्तु के हिसाब से सही है और कमरे में रखा हुआ सारा सामान अपनी जगह सही से रखा हुआ है तो इससे उन्हें मानसिक शांति व आंतरिक ऊर्जा मिलती है वही यदि ऐसा नहीं है और हर सामान गलत रखा हुआ है , गलत जगह रखा हुआ है तो इसका असर भी आपको बच्चो के ऊपर जल्दी ही देखने को मिलेगा |
ऐसे कमरे में रहने वाले बच्चे डिप्रेशन , नशे की लत , झूठ बोलने की आदत व गलत संगती का शिकार हो जाते है और पढ़ाई में भी उनका मन लगना बंद हो जाता है | इसलिए सभी पेरेंट्स को बच्चो का रूम बनाते समय नीचे दिए गए वास्तु नियमो का पालन अवश्य करना चाहिए –
- वास्तु शास्त्र के अनुसार बच्चो के कमरे के लिए दक्षिण पश्चिम दिशा व पश्चिम दिशा सबसे ज्यादा उपयुक्त मानी जाती इसलिए बच्चो का बैडरूम यही पर बनाया जाना चाहिए |
- बच्चो का बेड लोहे की बजाय लकड़ी का बना हुआ होना चाहिए और इससे किसी तरह की आवाज नहीं आनी चाहिए | बेड अच्छी तरह से फिनिश होना चाहिए और उस पर साफ – सुथरा पीला या नीला या लाल रंग का मेट्रेस होना चाहिए |
- बच्चो को सोते समय अपना सर पूर्व दिशा या दक्षिण दिशा में करके सोना चाहिए , पूर्व दिशा में सर करके सोने बच्चा बुद्धिमान बनेगा वही दक्षिण में सर करके सोने से व्यक्ति की आयु बढ़ती है |
- बच्चे के बिस्तर के ठीक सामने कमरे का दरवाजा या फिर बाथरूम नहीं होना चाहिए | इसके साथ ही बच्चो के बेड के सामने या सिरहाने की तरफ कोई मिरर नहीं लगा होना चाहिए | सामने दरवाजा या फिर बाथरूम , मिरर आदि होने से बच्चा रात में डर सकता है और उसकी नींद ख़राब हो सकती है | बच्चो के कमरे में शीशे को पूर्व या फिर उत्तर दिशा में लगाया जा सकता है |
वास्तु के अनुसार बच्चो के कमरे की दिशा / vastu tips for childrens room
बच्चो का कमरा घर की दक्षिण पश्चिम दिशा यानि आग्नेय कोण या फिर पश्चिम दिशा में होना चाहिए | चूँकि इन दिशाओ को अच्छा ऊर्जा का सोर्स माना जाता है और बच्चे भी काफी ज्यादा ऊर्जावान होते है इसलिए बच्चो का कमरा इस दिशा में होने से उनकी ऊर्जा आपस में मैच करेगी और बच्चो को इसका फायदा मिल सकेगा | बच्चो के कमरे में लगा हुआ दरवाजा दक्षिण दिशा की तरफ खुलना चाहिए और बच्चो के कमरे में दरवाजे पर किसी तरह का स्टीकर या फिर बोर्ड आदि नहीं लगाना चाहिए , इससे बच्चो में व्यर्थ का अहंकार जन्म ले सकता है |
बच्चो के कमरे में ज्यादा फर्नीचर नहीं रखना चाहिए अन्यथा रूम भरा – भरा सा रहेगा और इससे बच्चे के सोचने – समझने की क्षमता प्रभावित हो सकती है और उसे किसी विषय पर फोकस करने में भी तकलीफ का सामना करना पड़ सकता है | फर्नीचर को लगाते समय इसे दीवार से कुछ दूरी पर लगाएं ताकि फर्नीचर हिले नहीं और न ही आवाज आये |
बच्चो के कमरे में लगाए भगवान की फोटो
बच्चो के कमरे में पूर्व दिशा में या फिर उत्तर पूर्व में भगवान की फोटो जरूर लगाए इससे बच्चो का आत्मविश्वास बढ़ेगा | आप चाहे तो माँ सरस्वती की फोटो भी लगा सकते है | यदि आपके बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लग रहा है तो आप कमरे में मोरपंख भी लगा सकते है |
वास्तु के अनुसार बच्चो का बिस्तर घर में कहाँ होना चाहिए
बच्चो का बेड रूम में दक्षिण पश्चिम दिशा में ही रखना चाहिए | दक्षिण पश्चिम दिशा के कोने में ही बच्चो का बेड लगाया जाना चाहिए इससे उनका भाग्य बढ़ेगा और स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या भी नहीं होगी | बच्चो को सोते समय अपना सर पूर्व या दक्षिण दिशा की तरफ रखना चाहिए इससे उन्हें अच्छी नींद आएगी व उनकी आयु में भी वृद्धि होगी |
बच्चो का बैडरूम बीम के नीचे नहीं बना होना चाहिए इससे बच्चो को अनावश्यक डर लगता रहेगा | बच्चो के कमरे में जंगली जानवरो की फोटो या फिर डरावने खिलौने नहीं रखे जाने चाहिए इससे वह रात में डर सकते है |
बच्चो के कमरे में इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स कहाँ रखना चाहिए
बच्चो के कमरे में ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स आदि रखने से बचना चाहिए अन्यथा बच्चे के ऊपर इसका बुरा असर पड़ सकता है | बच्चा इन गैजेट्स का लती हो सकता है और पढ़ाई पर से उनका मन हट सकता है | इसके बावजूद पढ़ाई के लिए जरुरी लैपटॉप व मोबाइल फ़ोन आदि जो आपके बच्चे के लिए जरुरी है उन्हें आपको उत्तर दिशा में रखना चाहिए |
वास्तु अनुसार बच्चो का स्टडी टेबल कहाँ रखना चाहिए / vastu for study room
बच्चो का स्टडी टेबल बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होता है क्योकि बच्चा उस पर बैठकर दिन – रात अपनी पढ़ाई करता है | बच्चो का स्टडी टेबल एकदम साफ – सुथरा व अच्छे से बना होना चाहिए ताकि बच्चा स्टडी टेबल पर पहुंचते ही स्वयं को ऊर्जा से भरपूर महसूस कर सके और शांति से अपनी पढ़ाई कर सके | वास्तु के हिसाब से आप को बच्चे के लिए स्टडी टेबल रखते समय नीचे बताये गए नियमों का पालन करना चाहिए –
- बच्चे का स्टडी टेबल गोल या चौकोर बना हुआ होना चाहिए | इस में कही भी किसी तरह का डैमेज या खुरदुरापन नहीं होना चाहिए | यह बिलकुल स्मूथ होना चाहिए और इससे किसी तरह की आवाज नहीं आनी चाहिए ताकि बच्चा पढ़ाई करते समय डिस्टर्ब न हो |
- स्टडी टेबल का रंग क्रीम , नीला , पीला या या हरा रख सकते है इससे बच्चे का विकास होगा |
- बच्चो का स्टडी रूम व बैडरूम अलग – अलग होना चाहिए लेकिन यदि आपके पास जगह की समस्या है तो आप बच्चो के बैडरूम में ही उनका स्टडी रूम भी बना सकते है |
- स्टडी टेबल को पश्चिम या दक्षिण पश्चिम दिशा में रखा जाना चाहिए और बच्चे का मुँह पढाई करते समय पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ होना चाहिए| इससे बच्चे का मन पढ़ाई में लगेगा और वह एकाग्रता के साथ अपनी पढ़ाई कर सकेगा |
- बच्चो की स्टडी टेबल पर आप क्रिस्टल का बना हुआ पिरामिड भी रख सकते है , इससे बच्चे को फोकस करने में हेल्प मिलेगी |
- स्टडी टेबल पर स्टडी से सम्बंधित सभी चीजे साफ – सुथरी व व्यवस्थित होनी चाहिए और सभी जरुरी चीजे मौजूद होनी चाहिए ताकि बच्चे को पढ़ाई के समय अनावश्यक भागदौड़ न करनी पड़े |
- स्टडी टेबल पर मौजूद सभी बेकार , ख़राब चीजों व अनुपयोगी चीजों को समय – समय पर हटते रहना चाहिए अन्यथा यह फोकस करने में बाधा डालती है |
वास्तु के अनुसार बच्चो की बुकशेल्फ कैसी और कहाँ होनी चाहिए
बच्चो की जिंदगी में किताबे बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है इसलिए यदि आपके बच्चो का कमरा इतना बड़ा है की आप वहां पर बुकशेल्फ रखने के लिए जगह निकाल सकते है तो आपको ऐसा जरूर करना चाहिए | इससे बच्चो को न सिर्फ किताबो से लगाव होगा बल्कि वह रचनात्मक ढंग से पढ़ाई करना भी सीख सकेंगे | बच्चो का बुकशेल्फ लकड़ी का बना हुआ होना चाहिए और यह कमरे में उत्तर पूर्व दिशा में रखा जा सकता है |
वास्तु के अनुसार बच्चो के कमरे में किस रंग का इस्तेमाल करना चाहिए
बच्चो के रूम में आपको ऐसे कलर्स का इस्तेमाल करना चाहिए जो थोड़े ब्राइट हो , और ऊर्जावान हो व जिन्हे देखकर शांति और सुकून का अहसास होता हो | आप नीचे बताये गए रंगो का इस्तेमाल करके भी अपने बच्चो के कमरों को एक नयी ऊर्जा व जोश से भर सकते है –
पीला – यह रंग बहुत ही पवित्र व ऊर्जावान माना जाता है | आप इस रंग का प्रयोग छोटे बच्चो के कमरों में कर सकते है |
लाल – लाल रंग साहस , ऊर्जा व जीवंतता का प्रतीक माना जाता है , आप इस रंग का प्रयोग अपने बच्चे के रूम में कर सकते है | लाल रंग बच्चो के अंदर तरह – तरह की क्रिएटिविटी व अदम्य साहसी कार्यो को करने के लिए प्रेरित करता है |
नीला – यह रंग शांति व सुकून का अहसास देता है | इस रंग का उपयोग करके आप अपने बच्चे के कमरे को शांति , सुकून व एकाग्रता से भर सकते है |
नेचुरल हरा – यह रंग जीवन में ग्रोथ को प्रतिबिंबित करता है | एक बच्चा जो हर दिन बढ़ रहा है उसके कमरे के लिए हरा रंग उपयुक्त हो सकता है | यह रह बच्चे को हरयाली के अहसास के साथ ही आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने के साथ ही शरीर व आँखों को शांति भी प्रदान करेगा |
बैंगनी – यह रंग एक राजसी रंग माना जाता है | इस रंग का उपयोग बच्चे के कमरे में करके आप उसे ज्यादा क्रिएटिव बनने , आत्मविश्वास को बढ़ाने व महत्वाकांक्षी बनाने के लिए कर सकते है |
आज हमने इस लेख में आपको vastu tips for childrens रूम के बारे में जानकारी दी है | यह जानकारी वास्तु शास्त्र में दिए गए जानकारी के आधार पर उपलब्ध कराई गयी है | अधिक जानकारी पाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करे –
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