7 दौड़ते घोड़ों की पेंटिंग कहा लगाएं यह आज के समय में लोगो का बहुत बड़ा सवाल हो गया है | आज के समय में लोग घर को सजाने के साथ ही वास्तु का ख्याल भी रखते है ताकि घर की साज – सज्जा के साथ ही घर का वातावरण भी सकारात्मक ऊर्जा से भरा रहे | इस क्रम में लोग कई तरह के फेंगशुई व वास्तु में बताये गए सामानों का प्रयोग करते है | प्राचीन समय से ही घर पर लोग हाथी , घोडा आदि रखते थे व उनका उपयोग कही आने – जाने के लिए किया करते थे |
इसका लोगो को एक साथ 2 लाभ मिलता था | एक तो वह इसका प्रयोग आने – जाने के लिए किया करते थे 2nd इसका उपयोग वह वास्तु शास्त्र के लिए भी करते थे | आज के समय में लोग वास्तु शास्त्र के लिए जीवित हाथी – घोडा का उपयोग तो नहीं कर सकते है लेकिन उनकी पेंटिंग या फिर मूर्ति आदि का उपयोग करके लोग घरो या दफ्तरों में सकारात्मक लाभ लेने की कोशिश करते है |
घोड़ों को हमेशा से ही हमारे समाज में ऊर्जा का स्रोत माना गया है | घोड़े का उपयोग उनके वफ़ादारी व असीमित ऊर्जा के लिए भी जाना जाता है यही वजह है की आज लोगो को घोड़े की पेंटिंग लगाने की सलाह दी जाती है ताकि घर में एक सकारात्मक ऊर्जा का निवास बना रहे और लोग आर्थिक व मानसिक लाभ प्राप्त कर सके |
आज हम आपको इस लेख में 7 दौड़ते घोड़ों की पेंटिंग कहा लगाएं इस बारे में बताएँगे | दौड़ते हुए घोड़े की तस्वीर घर में कहाँ लगानी चाहिए, घोड़े का मुँह किधर होना चाहिए , घोड़े की तस्वीर घर में किस दिशा में लगानी चाहिए आदि | यदि आप भी इस बारे में और अधिक जानकारी पाना चाहते है तो लेख को अंत तक पढ़े ताकि कोई भी जरुरी जानकारी छूटने न पाए |
vastu में 7 घोड़ो की पेंटिंग का महत्व क्या है
जैसा की हम सभी लोग जानते है की घोड़े ताकत , वीरता , वफ़ादारी , कड़ी मेहनत व साहस को दिखाते है और उन्हें प्राचीन पौराणिक कहानियो में एक महत्वपूर्ण स्थान दिया जाता रहा है | आल्हा – ऊदल के युद्ध से लकेर महाराणा प्रताप तक की वीरता में उनके घोड़े चेतक का योगदान आज भी याद किया जाता है |
वास्तु के अंतर्गत दौड़ता हुआ घोडा शक्ति , साहस व सफलता का प्रतिक समझा जाता है और यही वजह है की वास्तु शास्त्र में दौड़ते हुए घोड़ो की पेंटिंग लगाना अत्यधिक शुभ माना जाता है | यह पेंटिंग घर में बसी नकारात्मकता को दूर करके घर में सकारात्मक ऊर्जा का विकास करता है और घर में सुख , समृद्धि व सौभाग्य लाता है |
7 घोड़ों की पेंटिंग में अंक 7 का क्या महत्व होता है
7 अंक को हमारे अंक शास्त्र व ज्योतिष में बहुत ज्यादा महत्व दिया जाता है | यह हमारे जीवन से सम्बंधित कई अवधारणाओं व दर्शन की भावना को भी प्रतिबिंबित करता है , जैसे –
- हमारे शरीर में 7 चक्र होते है
- संगीत में 7 धुन होती है
- सप्ताह में 7 दिन होते है
- हमारे वैदिक धर्म में 7 ऋषि बताये गए है
- रुद्राक्ष भी सात मुख वाला होता है
- इंद्र धनुष में भी 7 ही रंग होते है
इस तरह से आप 7 अंक का महत्व समझ सकते है | कुल मिलाकर यह संख्या जीवन में हर तरह से संतुलन साधने का काम करती है और इसका सम्बन्ध हमारे भौतिक जगत के साथ ही आध्यात्मिक जगत से भी है जो हमारे जीवन को प्रभावित करता है |
7 दौड़ते घोड़ों की पेंटिंग का फ्रेम वर्क व घोड़ों का रंग कैसा होना चाहिए
- 7 दौड़ते घोड़ों की पेंटिंग में आप रंगो का चयन अपने जरूरत के अनुसार कर सकते है | आप जिस ग्रह की ऊर्जा को अपने घर में बढ़ाना चाहते है आप उस रंग के घोड़ो वाली पेंटिंग का चयन अपने घर में लगाने के लिए कर सकते है |
- यदि आपका चन्द्रमा कमजोर है और आप उसे मजबूत बनाना चाहते है तो आप सफ़ेद रंग के घोड़ो वाली पेंटिंग का चयन कर सकते है | यह आपकी मानसिक इच्छाशक्ति को बढ़ाने व उसे मजबूत बनाने का काम भी करता है |
- यदि आप के जीवन में ऊर्जा की कमी है तो आप लाल रंग के घोड़ो की पेंटिंग को लगा सकते है | इससे आपको अतिरिक्त ऊर्जा व साहस मिल सकेगा और आप निडरता के साथ लोगो का सामना कर सकेंगे | यह पेंटिंग आपकी आपका आत्मसम्मान व आत्मविश्वास को बढ़ाने का काम भी करेगी |
- भूरे रंग का घोडा राहु ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है इसलिए राहु देव की कृपा प्राप्त करना चाह रहा है तो आपको इस रंग की पेंटिंग लगानी चाहिए|
- वही घर में शांति व सद्भाव लाने के लिए शनि ग्रह के सामान रंग वाली पेंटिंग लगानी चाहिए | यदि आप अपने शनि ग्रह को मजबूत बनाना चाह रहे है तो आप नीले रंग के घोड़ों वाली पेंटिंग को लगा सकते है |
- वही सूर्य ग्रह को मजबूत करने के लिए केसरिया लाल रंग के घोड़ो वाली पेंटिंग को लगाया जा सकता है | वृहस्पति ग्रह को मजबूत करने के लिए पीले रंग के घोड़ों की पेंटिंग को लगाया जा सकता है और अपने गुरु ग्रह को सुधारा जा सकता है | इस तरह से लोग अपने ग्रह के अनुसार रंग का चयन करके 7 दौड़ते घोड़ों की पेंटिंग को अपने घर में लगा सकते है |
जीवन में विकास , समृद्धि व स्थिरता के लिए 7 दौड़ते घोड़ों की पेंटिंग को किस दिशा में लगाए
7 घोड़ों वाली पेंटिंग हर हालात का सामना शक्ति के साथ करने व आगे बढ़ने की शक्ति का प्रतिक मानी जाती है | पेंटिंग में मौजूद 7 घोड़े 7 दिशाओ का प्रतिनिधित्व करते है और हर दिशा से जरुरी ऊर्जा घर में लाने का काम करते है | आप अपने जीवन में जो कुछ पाना चाह रहे है उस अनुसार आपको अपने घर में यह पेंटिंग लगानी चाहिए |
- यदि आप अपने जीवन में प्रसिद्धि और सफलता का स्वाद चखना चाह रहे है तो आपको अपने घर की दक्षिण दिशा में 7 दौड़ते घोड़ों की पेंटिंग लगानी चाहिए |
- वही यदि कोई व्यक्ति धन – धान्य व समृद्धि की आकांक्षा रखता है तो उसे उत्तर दिशा में 7 दौड़ते घोड़ों की पेंटिंग लगानी चाहिए | इससे घर में निरंतर लाभ होता रहेगा और आप समृद्ध हो सकेंगे |
- यदि आप अपना व परिवार का उत्तरोत्तर विकास चाहते है तो आपको 7 दौड़ते घोड़ों की पेंटिंग पूर्व दिशा में लगानी चाहिए | पूर्व दिशा में 7 दौड़ते घोड़ों की पेंटिंग लगाने से आपका लगातार विकास होता रहेगा और आप आगे बढ़ते रहेंगे | पूर्व दिशा में पेंटिंग लगाने से आपको काम में लाभ , नौकरी में प्रमोशन , व्यापार में लाभ आदि हो सकता है |
7 दौड़ते घोड़ों की पेंटिंग लेते समय ध्यान देने वाली बातें
- कभी भी आक्रामक दिखने वाले घोड़ो की पेंटिंग न ख़रीदे , हमेशा ही शांतिपूर्ण घोड़ो का चयन करे | शांतिपूर्ण 7 सफ़ेद दौड़ते हुए घोड़े जो पेंटिंग में आगे जाते हुए दिखाई पड़ रहे है ऐसे घोड़े आपके घर में सुख व समृद्धि को बढ़ावा देंगे | वही यदि आप आक्रामक या बीमार टाइप के घोड़ो की पेंटिंग लगाते है तो इससे आपका सौभाग्य दुर्भाग्य में बदल सकता है |
- सफ़ेद रंग को शांति व पवित्रता का प्रतिक माना जाता है इसलिए घर में 7 दौड़ते घोड़ों की पेंटिंग लगाने के लिए यह रंग सबसे उपयुक्त समझा जाता है और यह सभी को सूट भी करता है | पेंटिंग खरीदते समय हमेशा विषम संख्या में घोड़े वाली पेंटिंग ही खरीदनी चाहिए , कभी भी इकलौता घोडा या 2 घोड़े की पेंटिंग नहीं लगानी चाहिए |
- पेंटिंग में घोड़े का मुँह या शरीर कही से कटा हुआ नहीं होना चाहिए | सभी घोड़े पूरी तरह से दिख रहे होने चाहिए और पेंटिंग लगाते समय उनका मुँह घर के अंदर की तरफ होना चाहिए | सभी घोड़े साफ , सुसज्जित व लगान से बंधे हुए होने चाहिए और उनके पेअर आगे की तरफ उठे हुए होने चाहिए |
7 दौड़ते घोड़ों की पेंटिंग कहा लगाएं
दौड़ते हुए घोड़े गति का प्रतीक होते है इसलिए आप इन्हे अपने लिविंग रूम , बच्चो के स्टडी रूम या फिर ऑफिस आदि में लगा सकते है | इस तरह की पेंटिंग को कभी भी घर के बैडरूम में नहीं लगाना चाहिए इससे आपको नींद आने में तकलीफ हो सकती है |
घर में घोड़े की पेंटिंग लगाते समय किन बातो का ध्यान रखना चाहिए –
घर में 7 दौड़ते घोड़ों की पेंटिंग लगाने से पहले आपको निम्न बातो का ध्यान रखना चाहिए –
- हमेशा शांत दिखने वाले घोड़ो की पेंटिंग ही ख़रीदे , आक्रामक दिखने वाले घोड़ो की पेंटिंग न ख़रीदे | पेंटिंग में दिख रहे घोड़े पूरे बने होने चाहिए , आधी – अधूरी घोड़ों की तस्वीर वाली पेंटिंग घर में नहीं लगानी चाहिए |
- पेंटिंग का आकार बहुत बड़ा या बहुत छोटा नहीं होना चाहिए यह कमरे के अनुसार होनी चाहिए ताकि बेमेल न लगे |
- पेंटिंग का कैनवास लकड़ी का बना हुआ व सही से फिनिश होना चाहिए , कागज के फ्रेम वाली पेंटिंग को घर में नहीं लगाना चाहिए |
- यदि कोई विशेष बात नहीं है तो आप को सफ़ेद रंग वाले घोड़ो की पेंटिंग खरीदनी चाहिए | यह रंग शांति व उन्नति का प्रतिक माना जाता है और हर किसी को सूट करता है | इस रंग की पेंटिंग का इस्तेमाल आप अपने घर के साथ ही ऑफिस के लिए भी कर सकते है |
- पेंटिंग को हमेशा वास्तु के अनुरूप सुझाई गयी दिशा में ही रखे , अन्यथा यह नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है |
- पेंटिंग खरीदते समय उसके बैकग्राउंड को जरूर देखें | बैकग्राउंड में यदि तूफान , आंधी , धूल , उथल – पुथल , सूर्यास्त आदि दिख रहा है तो आपको ऐसी पेंटिंग नहीं लेनी चाहिए | बैकग्राउंड में सूर्योदय होने , चन्द्रमा होने या फिर समुद्र होने पर आप ऐसी पेंटिंग को ले सकते है |
- पेंटिंग लगाने के बाद यदि आपके घर में कलह बढ़ जाती है , आपको मन घर में नहीं लगता है या कोई व्यर्थ की समस्या आपको घेर लेती है तो आपको पेंटिंग हटा देनी चाहिए |
- इस पेंटिंग को बैडरूम , पूजा घर , किचेन या शौचालय के पास न लगाएं | इसके साथ ही यह पेंटिंग मुख्य द्वार पर भी नहीं लगायी जाती है |
- पेंटिंग में दिख रहे घोड़े एक लय में होने चाहिए , एवं वह पानी पर नहीं दौड़ रहे होने चाहिए |
- यदि आप अपनी ग्रहो से सम्बंधित किसी तरह की समस्या से परेशां है तो आपको वास्तु कंसलटेंट से बात करके अपने समस्या के अनुरूप पेंटिंग का चयन करना चाहिए ताकि आपकी समस्या का निदान हो सके |
डिस्क्लेमर – आज हमने इस लेख में आपको 7 दौड़ते घोड़ों की पेंटिंग कहा लगाएं इस बारे में जानकारी दी है | यह जानकारी प्राचीन वैदिक ग्रंथो व उपलब्ध जानकारियों के आधार पर साझा की गयी है | अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करे –