जैसा की आप सभी जानते ही है की देश में होली सेलिब्रेशन आरम्भ हो चुका है | braj holi , लठ्मार होली , फूलो की होली , बरसाना की होली , मथुरा की होली के नाम से पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है और हर साल लाखो पर्यटक दुनिया के कई देश से इसे देखने मथुरा आते है | मथुरा – वृन्दावन का कोना – कोना आज भी कृष्णमय भक्ति में तल्लीन रहता है और गोपियों व कृष्ण के चुहुल भरे अंदाज को दिखने के लिए ही braj holi का सेलिब्रेशन किया जाता है |
होली रंगो का त्यौहार है जिसे पूरे देश में एक साथ बड़े चाव से मनाया जाता है | लोग एक – दूसरे पर रंग डालते है , गुलाल का टीका लगाते है और गले मिलते है | लोग होली के अवसर पर एक – दूसरे को गुझिया , चिप्स , पापड़ आदि भी खिलाते है और बड़ी खुश से इस त्यौहार को मनाते है |
आज हम इस लेख में आपको braj holi के बारे में बताएँगे | जैसे braj holi 2024 क्या है , क्यों मनाई जाती है , आप braj holi को कैसे देख सकते है और braj holi 2024 schedule क्या है |
यदि आप भी ब्रज होली के बारे में और अधिक जानकारी पाना चाहते है तो आपको लेख को अंत तक पढ़ना होगा ताकि कोई भी जानकारी पास छूटने न पाए और आप vrindavan holi के बारे में सभी जानकारी प्राप्त कर सके |
होली क्यों मनाई जाती है
होली को दरअसल श्री हरी विष्णु के प्रिय भक्त प्रह्लाद की याद में मनाया जाता है | भगवान् विष्णु का एक प्रह्लाद नाम का बच्चा बहुत बड़ा भक्त था लेकिन उसके पिता हिरण्यकश्यप को किसी भी तरह के भजन – कीर्तन व हरी नाम से कोई लगाव नहीं था और वह श्रीहरी से प्रेम करने वाले लोगो से बहुत चिढ़ता था | उनके पिता हिरण्यकश्यप भगवन विष्णु से जितना नफरत करते थे , पुत्र प्रह्लाद उतना ही ज्यादा श्रीहरि से प्रेम करता था | श्री हरी से अत्यधिक लगाव की वजह से पिता हिरण्यकश्यप को पुत्र प्रह्लाद से नफरत हो गयी ओर वह उन्हें मारने के प्रयत्न करने लगे |
इस क्रम में उन्होंने प्रह्लाद को हाथी से कुचलवाया , सांप से कटवाया फिर भी प्रह्लाद की मृत्यु नहीं हुई | इस बात से पिता हिरण्यकश्यप और भी ज्यादा क्रोधित हो गए और उन्होंने अपनी बहन होलिका के माध्यम से प्रह्लाद को होली की अग्नि में जलाना चाहा , लेकिन होलिका जल गयी और प्रह्लाद बच गए | अंत में श्री विष्णु ने नरसिंघ रूप में आकर हिरण्यकश्यप का वध किया और प्रह्लाद की रक्षा की | यह त्यौहार तभी से सत्य की असत्य पर जीत मानकर मनाया जाता है |
होली कब मनायी जाती है
होली को हमेशा तिथि के हिसाब से मनाया जाता है | होली का त्यौहार हर साल फाल्गुन महीने की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है | इस साल होली 25 मार्च 2024 को पुरे देश में मनाई जाएगी |
vrindavan holi celebration
वृंदावन होली सेलिब्रेशन कई दिनों तक सेलिब्रेट किया जाता है | यह देश में सबसे ज्यादा दिन तक चलने वाले फेस्टिवल्स में से एक है | इसे 10 दिन तक मनाया जाता है और ब्रज , मथुरा , बरसाना के सभी लोग इसमें बड़े हर्ष से भाग लेते है | यह लोग होली खेलने के साथ ही पारम्परिक गीत , नृत्य , होली के अवसर पर गाये जाने वाले फ़ॉग गायन व रासलीला भी करते है | यह इन लोगो का भगवान श्रीकृष्ण के साथ गोपियों का उल्लासपूर्ण सम्बन्ध व रस भरे चुहुल को दिखाता है की कैसे कृष्ण के समय में बरसाना व ब्रज में होली खेली जाती थी |
मथुरा की होली का सबसे आकर्षण उसका आज भी पारम्परिक होना है | आज भी ब्रज में होली पारम्परिक पोशाक पहनकर खेली जाती है | महिलाये बड़े – बड़े घूँघट में होती है , पुरुष अचकन जैसा कपडा पहनते है और सिर पर पगड़ी बांधते है | महिलाये घूंघट से ही पुरुषो पर लाठियों से वॉर करती है , रंग फेकती है और पुरुष अपना बचाव करते है | इस होली में कही कोई दिखावा या फूहड़ता नहीं होती है |
braj holi 2024 schedule
mathura holi dates को आप नीचे दी गयी तालिका से देखकर समझ सकते है | ब्रज होली 2024 शेडूल 17 मार्च से आरम्भ होकर 26 मार्च को ख़त्म होगा | चूँकि मथुरा श्रीकृष्ण की जन्मस्थली है इसलिए यहाँ पर होली को 10 दिन तक मनाया जाता है और दिखाया जाता है की कृष्ण के समय पर यहाँ कैसे होली खेली जाती थी |
मथुरा के सभी गांव के लोग होली आयोजन से सम्बंधित क्रिया कलापों में भाग लेते है और वह लोक गायन , लोक नृत्य , फोग गायन , व होली के अनेक रूपों को होली देखने आये दर्शकों के सामने ऐसे प्रस्तुत करने की कोशिश करते है जैसे स्वयं कृष्ण ही धरती पर उतर आये है और सारा बृजमण्डल उनके रंग में रंग चुका है |
ब्रज में होली देखने आये दर्शको पर भी रस वर्षा व फूलो की वर्षा करके उन्हें भी होली के रस में सराबोर कर दिया जाता है जिसे लोग आजीवन भुला नहीं पाते है | हर साल मथुरा लाखो लोग होली उत्सव देखने के लिए दुनिया के कोने – कोने से पहुंचते है | ब्रज की होली को लठ्ठ्मार होली के नाम से दुनिया में जाना जाता है |
नीचे दी गयी तालिका देखकर आप braj holi 2024 schedule समझ सकते है –
DATE | EVENT | PLACE |
17th march 2024 | .आज के दिन लड्डू की होली खेली जाती है | सभी महिलाये व पुरुष इकठा होते है और वह एक - दूसरे पर लड्डू फेंककर होली खेलते है | | RADHA RANI TEMPLE, BARSANA |
18 march 2024 | लड्डूमार होली के बाद लठमार होली खेली जाती है | ब्रज क्षेत्र के सभी स्त्रियां पुरुषो पर लाठी से वॉर करती है और पुरुष स्वयं को लाठी से बचाने की कोशिश करते है | पुरुष महिलाओ पर रंग व गुलाल फेंकते है और महिलाये उन पर लाठियों से वॉर करती है जिसे लठमार होली के नाम से जाना जाता है | | RADHA RANI TEMPLE, BARSANA |
19 march 2024 | यह होली मथुरा से 15 किलोमीटर दूर नन्द गांव में खेली जाती है | यहाँ पुरुष महिलाओ को परेशान करने के लिए उन पर रंग व गुलाल की वर्षा करते है और महिलाये उन पर छोटी - छोटी स्टिक्स से वॉर करती है , यह होली भी वहां पर काफी प्रसिद्द है और काफी संख्या में लोग इसे देखने आते है | | NANDGAON |
20 march 2024 | फूलोंवाली होली बांके बिहारी मंदिर में खेली जाती है | यह होली देखने के लिए बांके बिहारी मंदिर में लाखो की संख्या में श्रद्धालु आते है जिन पर पुजारी के द्वारा रंग , गुलाल के साथ फूलों की वर्षा की जाती है | | BANKE BIHARI TEMPLE, VRINDAVAN |
21 march 2024 | यह होली गोकुल में खेली जाती है | महिलाये इसमें गोपी वेश धारण करके कृष्ण का वेश धारण करके आये पुरुषो पर छोटी - छोटी डंडियों से वॉर करती है जिनसे वह बचने की कोशिश करते है और महिलाओ को रंग व गुलाल लगाते है | | GOKUL |
23 march 2024 | यह होली मथुरा में निवास कर रही विधवा महिलाए खेलती है | वह महिलाएं जिनके जीवन में अब रंगो के लिए कोई जगह नहीं बची है वह साल में एक दिन किशन कन्हैया के साथ जी भर के रंग गुलाल उड़ाती है और प्रभु के रंग में रंग जाती है | | RADHA GOPINATH TEMPLE, VRINDAVAN |
24 march 2024 | 24 को पुरे मथुरा में छोटी होली मनाई जाती है और रंग गुलाल खेला जाता है | यह दिन लोग एक दूसरे के साथ रंग खेलते हुए , पकवान खाते हुए असत्य पर सत्य के जीत का जश्न मनाते है | यह दिन भक्त प्रह्लाद की याद में भी मनाया जाता है | | BANKE BIHARI TEMPLE, VRINDAVAN |
25 march 2024 | इस दिन होली उत्सव देखने आये हुए सभी भक्तो पर फूलों की वर्षा , केसर व चन्दन के जल की वर्षा के साथ ही रंग व गुलाल भी उड़ाए जाते है और सभी कृष्ण भक्तो के साथ होली खेली जाती है | | VRINDAVAN |
26 march 2024 | आज के दिन हुरंग का खेल खेलने के लिए सभी महिलाये व पुरुष दाऊजी के मंदिर पर एकत्रित होते है व एक - दूसरे पर रंग उड़ेलते हुए दीखते है | यह सालाना मनाया जाने वाला उत्सव है और इसे हर साल इसी तरह से रंगो के साथ मनाया जाता है | लोग इस अवसर पर होरहरा गाते हुए लोकनृत्य करते है और होली के उत्सव को सेलिब्रेट करते है | | DAUJI TEMPLE |
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