tulsi ke fayde क्या है और इसका उपयोग हम अपने दैनिक जीवन में किस प्रकार से कर सकते है आज लेख में हम आपको इस बारे में बताएँगे| जैसा की हम सभी जानते है की तुलसी को प्रचीन काल से ही हमारे घर में जगह दी जाती रही है और इसकी पूजा करने का विधान भी सदियों से चला आ रहा है |
हमारे देश में तुलसी के पौधे के नीचे एक महीने तक लगातार हर घर में दिया जलाने व तुलसी की वैदिक विधि से पूजा करने की परम्परा हजारो सालो से विद्यमान है | महीने भर तक पूजा करने के बाद तुलसी का विवाह शालिग्राम के साथ धूमधाम से कराया जाता है और इस तरह से महीने भर पूजा का अंत होता है | इस तरह से आप भारतीय संस्कृति में तुलसी के महत्व को समझ सकते है |
आज हम इस लेख में आपको tulsi ke fayde और नुकसान क्या है , तुलसी का इस्तेमाल स्किन के लिए कैसे करे , तुलसी का काढ़ा कैसे बनायें , तुलसी के पत्ते का इस्तेमाल कैसे करे , खाली पेट तुलसी खाने के फायदे क्या है और तुलसी के पत्तों का उपयोग किस – किस बीमारी में किया जा सकता है यह सब बताएँगे | यदि आप भी इस बारे में और अधिक जानकारी पाना चाहते है तो लेख को अंत तक पढ़े ताकि कोई भी जरुरी जानकारी आपसे छूटने न पाए |
तुलसी क्या है ?
तुलसी एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला ओषधीय पौधा है जिसमे कई तरह के विटामिन व खनिज प्रमुख रूप से पाए जाते है | यह लम्बाई में ज्यादा बड़ा नहीं होता है और इसे जुलाई से अक्टूबर के बीच में लगाया जाता है | तुलसी के ओषधीय उपयोग को देखते हुए इसे भारत में हर घर में लगाया जाता है |
आप इसका ताज़ी पत्तियों के रूप में इसके रस का या फिर सूखे पावडर के रूप में भी कर सकते है | हलाकि तुलसी की कई तरह की किस्मे पुरे देश में प्रचलन में है लेकिन उसमे से श्वेत व कृष्ण प्रजातिया जिन्हे क्रमशः राम व कृष्ण के रूप में जाना जाता है वह अधिक प्रचलन में पायी जाती है | प्राचीन वैदिक ग्रंथो में भी तुलसी के गुणों का विस्तृत रूप से वर्णन किया गया है जिसमे से चरक संहिता व सुश्रुत संहिता का नाम प्रमुख रूप से लिए जा सकता है |
तुलसी का वानस्पतिक नाम ओसीमम सेक्ट्रम लिन्न है और इस को तुलसी के अलावा सुरसा , देवदुंदुभि , तुलसा, कृष्णा तुलसी , सुलभा , बहुमंजरी , गौरी आदि के नाम से भी जाना जाता है |
तुलसी का उपयोग/ tulsi ke fayde
तुलसी का उपयोग आप कभी भी उसकी पत्तियों को तोड़कर कर सकते है | तुलसी में कफ , वात , पित्त के दोष को कम करने वाले गुण पाए जाते है | इसके साथ ही तुलसी के पत्तो का लगातार सेवन रक्त को साफ करने व भूख बढ़ाने में सहायक सिद्ध होता है | तुलसी का उपयोग किसी भी तरह की संक्रामक बीमारियों को सही करने व बुखार को कम करने में भी लाभप्रद होता है |
तुलसी का इस्तेमाल कैसे करे
तुलसी के पत्तो को कभी भी चबाकर नहीं खाना चाहिए बल्कि इन्हे सीधे निगलकर खाना चाहिए | तुलसी के पत्तो में पारे की मात्रा पायी जाती है जिससे तुलसी चबाकर खाने से आपके दांत जल्द ही ख़राब हो सकते है |
नीचे दी गयी जानकारी को देखकर आप tulsi ke fayde/ उसके उपयोग व फायदों के बारे में जान सकते है –
जुकाम व ठण्ड लगने पर तुलसी का इस्तेमाल कैसे करे
यदि आपको जुकाम हो गया है तो आप तुलसी के पत्तों का उपयोग करके अपने जुकाम के प्रभाव को कम कर सकते है | चूँकि तुलसी में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते है इसलिए इसका काढ़ा पीने से आपको आराम मिल सकता है | आप चाय बनाते समय तुलसी के 6 से 8 पत्तो को चाय में डालें और उबालकर उसे पीले | इससे आपको जल्दी ही आराम मिलता हुआ महसूस होगा |
आप चाहे तो इसका अलग से काढ़ा भी बना सकते है | इसके लिए आपको तुलसी की पत्ती , नीम्बू घास , लौंग व इलायची , अदरख व हल्का सा नमक और हलकी सी चीनी व चायपत्ती के साथ एक गिलास पानी में डालकर उबालना होगा और जब यह आधा गिलास रह जाये तब छानकर पी जाना होगा | आप इस काढ़े को दिन में 2 से 3 बार ले सकते है ,इससे आपको धीरे – धीरे आराम मिलेगा |
तुलसी का प्रयोग सिरदर्द होने पर कैसे करे
सिरदर्द होने पर यदि आपके पास तुलसी का तेल मौजूद है तो आप उसे बहुत ही धीरे – धीरे अपने सर पर लगा सकते है , इससे आपको दर्द में जल्दी ही आराम मिल सकेगा | यदि आपके पास तेल नहीं है तो आप तुलसी की पत्तियों का काढ़ा बनाकर भी पी सकते है , यह भी आपको सिरदर्द में आराम देगा |
तुलसी का प्रयोग करके पाए सर के जुएं व लीख से छुटकारा
यदि आप के सर में जुए पड़ गए है और वह ख़त्म नहीं हो रहे है तो आप सर में तुलसी के पत्तियों का पेस्ट बनाकर और उसमे थोड़ी सी मात्रा में देसी कपूर व नीम्बू का रस मिलाकरअपने सर में लगा सकते है | आपको यह पेस्ट 15 मिनट से लेकर 30 मिनट के लिए पाने बालो में लगाना होगा और उसके बाद ठन्डे पानी से बालो को धो देना होगा | आप इस प्रक्रिया को हफ्ते में 1 से 2 बार कर सकते है | इससे आपके बालो से जल्दी ही जुए व लीख की समस्या ख़त्म हो जाएगी |
तुलसी के रस का उपयोग करके पाए रतौंधी से छुटकारा
यदि आपको रात में सही से दिखाई नहीं पड़ता है और आप रतौंधी का शिकार हो चुके है तो आप तुलसी के पत्तो का 2 से 3 बून्द रस दिन में 2 से 3 बार डाल सकते है | इससे आपको इस समस्या से जल्दी ही आराम मिल सकता है | [ तुलसी के रस का बालो में उपयोग करने से पूर्व कृपया डॉ से सलाह अवश्य ले ताकि आपको किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े ]
तुलसी का उपयोग दस्त व उलटी की समस्या में भी लाभकारी होता है
यदि आपको बार – बार दस्त आ रहे है या फिर उलटी आ रही है तो आप तुलसी के पत्ते का उपयोग करके इसे कम कर सकते hai| आप तुलसी के पत्तो को पीसकर व उसमे जीरा व नमक , शहद आदि मिलाकर उसका सेवन कर सकते है | इससे दस्त में जल्दी ही आराम मिलता है |
तुलसी किसी भी तरह का एडिक्शन छुड़ाने में है मददगार
वह सभी लोग जो सिगरेट व दारू पीने की आदत से परेशान है और उनकी यह लत नहीं छूट पा रही है वह तुलसी के पत्तो का उपयोग करके अपने एडिक्शन को कम कर सकते है | जब – जब आपको सिगरेट पीने का मन करे आप उस समय तुलसी की पत्तियों का सेवन कर सकते है , इससे धीरे – धीरे सिगरेट पीने की लत कम होने लगती है और एक दिन छूट जाती है | इसी तरह से आप अपने शराब के सेवन पर भी लगाम लगा सकते है |
तुलसी के पत्तो का उपयोग कान दर्द में कैसे करे
यदि आपके कान में लगातार दर्द रहता है या फिर कान में सूजन है तो आप तुलसी के पत्तो का रस कान में डाल सकते है | इसके लिए आपको तुलसी के पत्ते का अर्क निकालना होगा और 1 से 2 बून्द की मात्रा को अपने कान में दिन में 2 बार डालना होगा |यह आप दिन में 2 बार कर सकते है और इससे आपको जल्दी ही कान के दर्द से आराम मिल जायेगा |
यदि आपके कान के पिछले वाले हिस्से में दर्द रहता है और वहां पर सूजन है तो आप तुलसी के पत्ते को पीसकर व उसमे नामक मिलाकर उस जगह पर लगा सक्ते है | हलाकि कान के दर्द में तुलसी के पत्तो को खाने से भी दर्द में फायदा मिलते हुए देखा गया है |
तुलसी के पत्ते का उपयोग गला बैठने/ गला ख़राब होने पर कैसे करे
यदि आपका गला ख़राब है और आपको बोलने में तकलीफ हो रही है तो आप तुलसी के पत्ते का सेवन करके जल्दी ही अपनी समस्या से छुटकारा पा सकते है | आप तुलसी के कुछ पत्तो को उबालकर व उसमे सेंधा नमक मिलाकर उससे कुल्ला कर सकते है | इससे जल्दी ही ख़राब गला सही हो जाता है |
तुलसी के पत्तो का उपयोग खांसी में कैसे करे
यदि आपको काफी समय से खांसी की समस्या है तो आप नीचे बताये गए तरीके से खांसी से छुटकारा पा सकते है | आपको इसके लिए तुलसी के पत्ते को कुछ और मसालों के साथ मिलाकर उसका काढ़ा बनाना होगा और उसे लेना होगा | इसके लिए आपको तुलसी का पत्ता 20 , काली मिर्च 10, लौंग 5 व अदरख 2inch का टुकड़ा , थोड़ी सी चीनी व नमक मिलाकर 1 गिलास जल में आधा होने तक उबाले |
जब यह पानी उबलकर आधा रह जाये तो इसे छान ले और 2 चम्मच की मात्रा का उपयोग सुबह व शाम में करे | इससे हर तरह की पुरानी खांसी में आराम मिलता है |
तुलसी का सेवन अपच में भी है लाभकारी
यदि आपको खाना डाइजेस्ट नहीं होता है और आपको अपना पेट भरा – भरा सा लगता है तो आप इसके लिए भी तुलसी के पत्तो का उपयोग कर सकते है | आप इसके लिए तुलसी का रस व काला नमक एक साथ मिलाकर उपयोग कर सकते है | इसका सेवन कुछ दिनों तक करने से आपको समस्या से आराम मिल जायेगा |
तुलसी का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में है मददगार
यदि आप तुलसी के पत्ते का लगातार सेवन करते रहते है , उसका चाय या फिर काढ़ा आदि बनाकर पीते रहते है तो इससे आपके ऊपर जल्दी सर्दी , खांसी , एलेर्जी व वायरल बुखार आदि का असर नहीं होगा | तुलसी के पत्ते को खाते रहने से आप के अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता में लगातार बढ़ोत्तरी होती रहेगी और आप स्वस्थ रह सकेंगे |
तुलसी के रस का सेवन जॉंडिस से दिलाता है आराम
यदि आपको पीलिया हो गया है तो आप तुलसी का उपयोग करके पीलिया से छुटकारा पा सकते है | पीलिया एक एक ऐसी बीमारी है जो की एक बैक्टीरिया से होती है और तुलसी में एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टी पायी जाती है | वह सभी जिन्हे पीलिया की समस्या है वह 2 से 3 ग्राम तुलसी के पत्तो का जूस छांछ के साथ मिलाकर पीने से इससे आराम पा सकते है |
तुलसी के रस का सेवन पथरी की समस्या को दूर करता है
यदि तुलसी के रस का उपयोग सही से किया जाये तो तुलसी के रस का सेवन पथरी के रोग से भी छुटकारा दिला सकता है | दरअसल शरीर में पथरी का निर्माण यूरिक एसिड के बढ़ने से होता है और तुलसी में ऐसे गुण पाए जाते है जो यूरिक एसिड को ख़त्म करने की ताकत रखते है | तुलसी में मौजूद मेडिकल प्रॉपर्टीज आपको किडनी स्टोन से छुटकारा दिलाने के साथ ही इस से होने वाले दर्द से भी छुटकारा दिला सकती है |
तुलसी का रस का सेवन लाभकारी है कुष्ठ रोग में
यदि आपको कुष्ठ रोग की समस्या है तो आप को प्रतिदिन तुलसी के रस का पान करना चाहिए , इससे आपको कोढ़ जैसे रोग को ख़त्म करने में सहायता मिल सकती है |
तुलसी तनाव को दूर करने में है लाभकारी
आजकल हम सभी के जीवन में बहुत ज्यादा तनाव आ चूका है | तुलसी में कुछ ऐसे तत्व भी पाए जाते है जो तनाव दूर करने में सक्ष्म होते है | यदि आप अत्यधिक तनाव का सामना कर रहे है तो आप तुलसी के पत्तो का सेवन कर सकते है |
तुलसी के पेस्ट का उपयोग करके पाए सफ़ेद दाग से छुटकारा
यदि आपको सफ़ेद दाग की समस्या है तो आप तुलसी , नीम्बू व कसौंदी का बराबर मात्रा में उपयोग करके पेस्ट बना सकते है और उसे प्रभावित हिस्से पर लगा सकते है | इससे आपको जल्दी ही लाभ मिल सकता है |
तुलसी सूजन को कम करने में सहायक साबित होती है
यदि आपकी बॉडी में स्वेलिंग की समस्या है और आप उसे कम करना चाह रहे है तो आपको नियमित तुलसी के पत्तो का सेवन करना चाहिए | तुलसी में पाए जाने वाले युजेनॉल , लिनालूल व सिट्रोनेलोल जैसे पदार्थ शरीर में सूजन को कम करके उसे सही रखने का काम करते है |
तुलसी से ब्लड शुगर कण्ट्रोल करने में भी लाभ मिलता है
तुलसी के पत्तो का सेवन करके आप अपने ब्लड शुगर को कण्ट्रोल कर सकते है | तुलसी का उपयोग करने से शरीर ब्लड में शुगर बढ़ाने वाले तत्वों को शरीर से बाहर निकालता है व शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ावा देता है |
तुलसी हार्ट हेल्थ के लिए है लाभकारी
तुलसी के पत्तो का नियमित सेवन आपके हार्ट को हैल्थी रखता है , तुलसी में मौजूद एसेंशियल आयल ट्रायग्लिसराइड व कोलेस्ट्रॉल के साथ ही आपके ब्लड प्रेशर को कम करने में भी सहायक साबित होते है | तुलसी में मैग्नीशियम भी पाया जाता है जो नसों में ब्लड फ्लो सुचारु रूप से करने के लिए मददगार साबित होता है और इससे हार्ट की समस्या को कम करने में मदद मिलती है |
तुलसी का सेवन मानसिक हेल्थ को बनता है बेहतर
तुलसी का लगातार सेवन मानसिक हेल्थ को बेहतर बनाने में भी मददगार साबित होता है | दरअसल तुलसी में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते है जो एंटी डिप्रेशन , एन्जायटी व स्ट्रेस लेवल को कम करने में सहायक होते है | इस वजह से आपको अपनी मेमोरी बढ़ाने में भी मदद मिलती है और सोचने- समझने की शक्ति विकसित होती है |
तुलसी का इस्तेमाल त्वचा पर कैसे करे
- आप तुलसी का इस्तेमाल करके अपनी स्किन के दाग धब्बो को कम कर सकते है | तुलसी के पत्तो को पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाने से चेहरे के दाग धब्बे जल्दी ही सही होने लगते है और स्किन ग्लो करने लगती है |
- यदि आप के चेहरे पर दाग धब्बे है तो आप तुलसी का पेस्ट बनाकर उसका उपयोग अपने चेहरे पर कर सकते है | इससे कुछ समय बाद आपके चेहरे पर दाग धब्बे काम हो जायेंगे |
- यदि आपकी स्किन बेजान दिखाई देती है तो भी आप तुलसी , एलोवेरा व नीम की पत्तियों का पेस्ट बनाकर अपने चेहरे पर लगा सकते है| यह भी बेजान चेहरे को अच्छा कर देता है |
- तुलसी की पत्तियां चेहरे पर मुहांसे व कील आदि की समस्या ख़त्म करने में सहायक होती है और इनके नियमित उपयोग से त्वचा स्वस्थ व चमकदार बनती है |
- तुलिस एंटी एजिंग का भी काम करती है और समय से पहले बुढ़ापा आने से रोकती है |
- यदि आपके बालों में रुसी की समस्या है तो आप तुलसी को पत्तिया एक पेस्ट या फिर तुलसी के तेल का इस्तेमाल कर सकते है और रुसी को ख़त्म कर सकते है |
- तुलसी के पत्तो का सूखा पाउडर बादाम या जैतून के तेल में मिलाकर लगाने से आपके बालों की ग्रोथ अच्छी होती है और वह ज्यादा हैल्थी बनते है|
तुलसी खाने के साइड इफेक्ट्स क्या है
- हलाकि तुलसी के सिर्फ लाभ ही बताये जाते है और आज तक इसका कोई बड़ा साइड इफ़ेक्ट नहीं देखने को मिला है | फिर भी यदि आप किसी बड़ी बीमारी का सामना कर रहे है तो आपको तुलसी के पत्तो का उपयोग अपने डॉ से पूछकर ही करना चाहिए ,बाकि कुछ जानकारियों को आप नीचे देख सकते है –
- तुलसी के पत्तो का ज्यादा संख्या में उपयोग नहीं करना चाहिए अन्यथा आपके ब्लड में यूजोनोल की मात्रा अधिक हो सकती है जोकि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है |
- तुलसी के पत्तो का उपयोग कभी भी सीरियस बीमारी में नहीं करना चाहिए या फिर डॉ से सलाह लेकर करना चाहिए ताकि आपको किसी तरह का साइड इफ़ेक्ट न होने पाए |
sapne me kali mata ko dekhna: सपने में काली माता को देखने का मतलब
डिस्क्लेमर – आज हमने इस लेख में आपको तुलसी के पौधे के बारे में जानकारी दी है | लेख में दी गयी जानकारी का प्रयोग करके आप तुलसी का उपयोग करके अपनी कई समस्याओ का निदान कर सकते है | लेख में दी गयी जानकारी को हम किसी भी तरह से प्रमाणित नहीं करते है , ऊपर दिए गए नुस्खों का उपयोग करने से पहले अपने डॉ की सलाह अवश्य ले | अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करे –